Mulbhartiy Hindu Dharm Vishwa Peeth

 #शब्द  - 14


रामुरा  संशय  गाँठि  न  छूटै ,  ताते  पकरि पकरि  यम  लूटै                 1

होय  कुलीन  मिस्कीन  कहावै  , तू   योगी  सन्यासी                            2

ग्यानी  गुणी  सूर  कवि  दाता , ये  मति  किनहु  न  नासी                 3

सुमृति  वेद  पुराण  पढें  सब  , अनुभव  भाव   न  दरसे                   4

लोह  हिरण्य  होय   धौं  है , जो  नहिं पारस  परसे                      5

जियत  न  तरेउ  मुये  का  तरिहो  , जियतहि  जो   न  तरे          6

गहि  परतीत  कीन्ह  जिन  जासों , सोई  तहाँ  अमरे                        7

जो  कुछ  कियउ  ग्यान  अग्याना , सोई  समुझ  सयाना                   8

कहहिं  कबीर  तासों  क्या  कहिये  , जो  देखत  दृष्टि   भुलाना          9


#विवेचन  :


धर्मात्मा  कबीर  कहते  हे  राम  मे  रमने वाले   लोगो  ,  राम  को  चाहने  वाले  साधु   संतो  एक  बात  अच्छी  तरह  समझ  लो कुलिंन  होने  से  , बड़े  नामी  गीरमी  कुल मे   पैदा  होने  से  , योग  करने  से  और  संन्यासी  बन  जाने से  वैसे ही  वेद  , पुराण पढाने  से  , कवी  , लेखक  होने  से  भी  कुछ  साध्य  नही  होगा  जब  तक  राम  का  अनुभव  ना  हो  ! राम  राम  रटने  से  भी  कुछ   नही  होगा  जब  तक  वास्तव  मे  उसके  दर्शन  ना  हो  !


स्मृति  , वेद  , पुराण  जो  वेद  और  भेद  , जाती  और  वर्ण  , ऊचनिच  , असमानता , अस्पृष्यता  आदि  असभ्य  , विकृत  शिक्षा  देते  है  उस  वैदिक  ब्राहमिण  धर्म  से  चेतन  राम  के  दर्शन  हो नही सकते  ,ये लोग  मौत  के  बाद  स्वर्ग  नरक की  अर्थ  हीन  बात  करते  है  , जो  धर्म जिते   जी  सुख  शांती  दे  नही  सकता  वो  किस  काम  का  ?  प्रेत  तो  तयरते  और  पर  ज़िन्दा  तैरे  वो  सही  शिक्षा  है !


लोहे   को  पारस  का  स्पर्श  होते  ही  उसका  सोना  बन जाता  है  सच्चा  गुरू  और   सच्चा  धर्म  वही  जो  आपको  सही सिख  दे  आपका उद्धार  करे  , दुखो से  मुक्ती  का न   केवल  मार्ग  बताये   उसका  वास्तव  अनुभव  हो  !


कबीर  साहेब  कहते  है  ऐसे  अग्यानी  लोगोंको  क्या  कहे  जो  पारस  जैसा  मुलभारतिय  हिन्दूधर्म  का  असली  ग्यान  को  छोड  कर  विकृत  अधमी  वैदिक  ब्राहमिण  धर्मी  पोंगा  पंडित  के  सतही ग्यान   के  चक्कर  मे  पड  ज़िन्दगी  खराब  कर  रहे  है  ! 


#दौलतराम 

#जगतगुरू_नरसिंह_मुलभारती 

#मुलभारतिय__हिन्दूधर्म__विश्वपीठ

#कल्याण , ज़िल्हा: ठाणे , महाराष्ट्र




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